लन्दन का तापमान आजकल उंचाई पर है .पारा २४ डिग्री पर पहुँच गया है .ये शायद पहली बार है जब यूरोप में सबसे ज्यादा तापमान लन्दन में है लोग अपनी ईस्टर की छुट्टियों में इस बार स्पेन या फ्रांस नहीं जा रहे बल्कि लन्दन में ही सूर्य देवता को नमन कर रहे हैं . समुद्री किनारों पर जैसे सैलाब उमड़ आया है. लन्दन ग्लोबल शहर है अत: इसके समुद्री बीचों पर भी विभिन्नता देखते ही बनती है .समुद्र की लहरों के साथ सूर्य स्नान करते, जरुरत से ज्यादा कपड़ों में भी लोग दिख जाते हैं और कुछ जरुरतभर भी पहनने की जहमत नहीं उठाते.उन्हें देख कर मुझे महाभारत की वो कहानी याद आती है. जहाँ गांधारी ने दुर्योधन को सुरक्षा कवच से नवाजने के लिए उन्होंने अपनी दिव्य दृष्टि के सामने आने को कहा था और अपने लिहाज के चलते दुर्योधन के शरीर का कुछ हिस्सा असुरक्षित रह गया था. जो उसकी मौत का कारण बना. हमारी पौराणिक कहानियों से हमने कुछ सीखा हो या नहीं, पर लगता है पश्चिम के देशों ने बहुत प्रेरणा ली है इसलिए सूर्य देवता की खास मेहरबानी से मिले कुछ मौकों को वे शर्म लिहाज में गवाना नहीं चाहते. आखिर साल में इन कुछ दिनों से मिली खुराक से ही साल भर उनका शरीर सुरक्षित रहता है अत: शरीर के किसी भी हिस्से को वे सूर्य की दिव्य दृष्टि से वंचित नहीं रखना चाहते. इस बार तो तापमान भी ऊपर था उसपर लम्बा सप्ताहांत समुद्री किनारों पर गज़ब का रुझान है.
अब इस गर्मी की वजह तापमान के अलावा राजकुमार विलियम और कैट की शादी भी हो सकती है .जिसकी तैयारियों में लन्दन व्यस्त है और और २९ अप्रैल का लन्दन के नागरिक बड़ी बैचेनी और उत्साह से इंतज़ार कर रहे हैं.डायना और राजकुमार चार्ल्स की शादी में जो लोग मौजूद नहीं थे उनके लिए लिए यह भव्य आयोजन देखना एक स्वप्न जैसा है. इस शाही शादी के उत्सव पूरे लन्दन की सड़कों पर मनाये जायेंगे सड़क के दोनों तरफ जनता का हुजूम होगा और बड़ी बड़ी स्क्रीन पर आयोजन को दिखाया जायेगा.उस दिन सेंट्रल लन्दन की सभी सड़कें यातायात के लिए बंद होंगी. .
मंदी के वावजूद इस शाही शादी में बाजार बेहद गर्म हैं. लन्दन के बाजार राजकुमार और उनकी होने वाली दुल्हन के फोटो से सुसज्जित उत्पादों से भरे हुए हैं दुल्हे दुल्हन की फोटो वाले ७५०-००० ओएस्टर कार्ड (लन्दन के ट्रेवल पास) दस पौंड्स में दुकानों में आ गए हैं ( दुगनी कीमत सामान्य कार्ड से ),वहीँ इनकी तस्वीरों वाले कप ,टी शर्ट,फोटो फ्रेम आदि से बाजार अटे पड़े हैं और दुगुनी तीनगुनी कीमत पर लोग खरीद भी रहे हैं.
और तो और लेखकों में भी प्रिन्स की शादी और उनके रोमांस को लिखने की होड़ सी लग गई है .लेखकों को इस शाही रोमांस पर मिल्स एंड बूम्स टाइप के नोवेल को लिखने के लिए उत्साहित किया जा रहा है ,और इसी लिए रोमांटिक फिक्शन प्रकाशित करने वाले प्रकाशकों ने “रोयल रोमांस लेखन वर्क शॉप” आयोजित किये हैं .पिछले सप्ताह मिल्स एंड बून की लेखिका शेरोन केन्द्रिक ने एक टी शॉप में एक आयोजन किया जिसमें उन्होंने बताया कि किस तरह मुख्य चरित्रों को लिखा जाता है. उनके ख़याल से राजकुमारी को लम्बा,सेक्सी और एक्जोटिक दिखाना चाहिए .उनका कहना था कि एक राजकुमार से शादी करना हर लड़की का सपना होता है.और मंडेटेरेनियन हीरो बहुत चर्चित होते हैं.पाठकों को ऐसे अमीर हीरो भी पसंद आते हैं जो दान धर्म करते हैं.
और किसी भी लेखक को शाही शयन कक्ष में आने में किसी शर्म या लिहाज कि जरुरत नहीं .उन्हें खुलकर इन दृश्यों को लिखना चाहिए.और इन दृश्यों में हमारे नायक और नायिका के बीच मजबूत कैमिस्ट्री दिखाई देनी चाहिए.शेरोन केन्द्रिक ने कहा कि आखिरकार मिल्स एंड बूंस में हमेशा ही आकर्षक सेक्स को महत्ता दी जाती है और यहाँ भी यही होना चाहिए और इसका अंत भी सुखांत होना चाहिए.ऐसे ही कई वर्क शॉप जगह जगह चलाये जा रहे हैं और युवा लेखकों को शाही रोमांस पर पुस्तकें और उपन्यास लिखने को उत्साहित किया जा रहा है. .
जो भी हो २९ अप्रैल को इस शाही शादी वाले दिन राष्ट्रीय अवकाश घोषित किया गया है.और एक मई के बैंक होलीडे को मिलाकर चार दिन की छुट्टियाँ मिल गई हैं यानि एक और लम्बा सप्ताहांत और मौसम के विभाग के अनुसार सूर्य देवता भी मेहरबान रहने वाले है राजकुमार की शादी पर .तो कुल मिलाकर अगले सप्ताह तक मौसम और माहौल बहुत गर्म रहने वाला है ….यानि हॉट हॉट हॉट…
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अपने बारे में कुछ कहना कुछ लोगों के लिए बहुत आसान होता है, तो कुछ के लिए बहुत ही मुश्किल और मेरे जैसों के लिए तो नामुमकिन फिर भी अब यहाँ कुछ न कुछ तो लिखना ही पड़ेगा न. तो सुनिए. मैं एक जर्नलिस्ट हूँ मास्को स्टेट यूनिवर्सिटी से गोल्ड मैडल के साथ टीवी जर्नलिज्म में मास्टर्स करने के बाद कुछ समय एक टीवी चैनल में न्यूज़ प्रोड्यूसर के तौर पर काम किया, हिंदी भाषा के साथ ही अंग्रेज़ी,और रूसी भाषा पर भी समान अधिकार है परन्तु खास लगाव अपनी मातृभाषा से ही है.अब लन्दन में निवास है और लिखने का जुनून है.
आपकी रचनात्मक ,खूबसूरत और भावमयी
प्रस्तुति भी कल के चर्चा मंच का आकर्षण बनी है
कल (28-4-2011) के चर्चा मंच पर अपनी पोस्ट
देखियेगा और अपने विचारों से चर्चामंच पर आकर
अवगत कराइयेगा और हमारा हौसला बढाइयेगा।
http://charchamanch.blogspot.com/
लो जी डबल डबल गर्मी का मज़ा……………
HOT HOT HOT……..:)
DILLI ME ABHI TO GARMI NAHI HUI PAR JAB DELHI KE BLOGGERS ISS POST KO PADHENGE TO TAAPMAAN JARUR BADH JAYEGA:D
WAISE APNE MAHABHARAT SE SHURU KAR KE WILLIAM KE WEDDING TAK KA SAFAR KUCHH EK DUM ALAG SA HAI..:)
रोयल रोमांस लेखन वर्क शॉप" …YE BAAT KUCHH JAMI NAHI…!!
ANT ME KYA KAHUN….PURI LEKH EK BAAR FIR SE EK AISE ANDAJ ME HAI…KI MAJA AA GAYA:)
वाह … बहुत ही खूबसूरत अंदाज शुरू से अंत तक और गर्मी तो फिर है ही … ।
२४ डिग्री में ही आनंद ले रहे हैं। इधर तो ४४ डिग्री है।
शाही शादी है, अंदाज़ भी!
और आपका वर्णन बड़ा ही सरस, और सुंदर है।
लंबी छुट्टी का आनंद भी लिया जाय।
अज़ी अपना गोवा भी लन्दन से कम नहीं है । यहाँ की बीचों पर तो सदैव गर्मी रहती है ।
लेकिन लन्दन वासी भी हमारी तरह ही सनकी होते हैं , यह जानकर आश्चर्य हुआ ।
चलिए अभी तो ठण्ड आने से पहले खूब मज़े कीजिये ।
समुद्र के किनारे की रेत , सूरज की किरणों को सबसे मनमाफिक जगह लगती होगी ., अंग्रेज महिलाएं को हमारे पौराणिक सत्य से अवगत करा दीजिये की कैसे कर्ण इस धरती पर आये . राजकुमार की शादी में चोंचले ना हो तो फिर शाही शादी का मतलब ही क्या हुआ . पपराजी पत्रकारों की तैयारी भी हो चुकी होगी . मिल्स एंड बूंस सीरिज जैसे रोमांटिक उपन्यासकर को ऐसे परी कथा जैसी कहानी तो आकर्षक लगेगी ही ना. कुल मिलाकर गरमा गरम चर्चाये और लम्बे सप्ताहांत का सुनहरा अवसर . लो जी डबल गर्मी का मज़ा यहाँ तो एक ही झुलसाये जा रही है .
आपका वर्णन बड़ा ही सरस, और सुंदर है।
आपकी पोस्ट से लंदन की आब-ओ-हवा के बारे में बहुत अच्छी जानकारी मिली!
बूढ़े राजकुमार चार्ल्स को शादी की शुभकामनाएँ प्रेषित कर रहा हूँ!
उन तक पहुँचाने का कष्ट कीजिएगा!
गोरों ने शादी का भी बाजारीकरण कर दिया,लंदन में ग्लोबल वार्मिंग का असर दिख रहा है। वहाँ हाट हाट हाट चल रहा है और हमारे यहाँ ओले पड़ रहे हैं।
ham vahan ka aanand le payen ya nahi kintu aapki post ne hame ghar baithe hi vah aananad de diya hai aabhar.
बहुत ही मनमोहक…हनकदार लेख
अरे तुम वहाँ की गर्मी को रो रही हो, अपने यहाँ की सोचो. हाँ शाही शादी में मौसम जरूर वैसे भी गर्म ही रहने वाला है . वैसे नई जानकारी मिली.
ईश्वर करे ऐसी गर्मी सबको नसीब हो।
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देखिए ब्लॉग समीक्षा की बारहवीं कड़ी।
अंधविश्वासी आज भी रत्नों की अंगूठी पहनते हैं।
शास्त्री जी ! शादी राजकुमार चार्ल्स की नहीं राजकुमार विल्लियम की है. उन तक आपकी शुभकामनाये पहुंचा दूंगी 🙂 :).
फ़िर लिख डालिये शाही रोमांस पर कोई उपन्यास जैसे टिप्स मिले हैं उनके आधार पर!
वाह! बनारस में बैठकर लंदन का मजा जान लिया।
आखिर उनके राजकुमार की शादी है… हमारे यहां भी तो लोग दीवाने हो जाते हैं… ऐश-अभि की शादी का तो ध्यान होगा ही.
लन्दन का माहौल
लन्दन का मौसम
और
लन्दन की शादी ….
सभी के बारे में पढ़ कर बहुत अच्छा लगा .
इस बार मौसम का मिजाज़ उल्टा पुल्टा हो गया है वहां गर्मी पड़ रही है और यहाँ ओले गिर रहे हैं…
प्रभावी लेखन के लिए सादर आभार स्वीकार करें |
बहुत ही रोचक वर्णन..आभार
२४ डिग्री और पारा ऊंचाई पर 🙂
हमारे लिए तो यह शिमला का मौसम है ! मैं तो आपको मुबारकबाद दूंगा ! :-))
london hai to kuchh to alag hoga hi .bahut achchha aalekh .
एक बार यहाँ की गर्मी का मज़ा लो वहाँ की गर्मी लोग भूल जायेंगे . 🙂 दिव्यदृष्टि का ज़िक्र बढ़िया रहा … और राजकुमार विलियम की शादी ने तो तहलका मचा ही रखा है ..आनंद उठाओ लंबे सप्ताहंत का ..कुछ तो हॉट होना ही चाहिए :):)
पूरी पोस्ट गर्मजोशी से भरी.
आपका वर्णन बड़ा ही सरस, और सुंदर है। धन्यवाद|
आपका वर्णन सुंदर है।
सभी के बारे में पढ़ कर बहुत अच्छा लगा
karo masti…
आपने बहुत अच्छा लिखा लन्दन को, वास्तव में उन लोगो ने वैदिक परंपरा से कुछ सिखा है हम तो वेदों को भूल से गए है हमें बहुत कुछ सीखना है , आपका लेख बहुत सार्गाभित है रोचक लगा.
हाँ इतना तापमान भी कहाँ होता है……. इसीलिए सबको लगता है मौका चूकें नहीं…… गर्मी का मज़ा ले ही लें….. मौसम के अनूकुल पोस्ट 🙂
बहुत कुछ बयान करती हुई पोस्ट.
गर्मी तो इस बार हमारे यहं भी मार्च से ही शुरु हो गई हे,एक सप्ताह पहले हल्की बर्फ़ गिरी थी, आगे देखे, लेकिन आप के इगलेंड का मोसम हमेशा यहां से अच्छा ही होता हे,
उधर 24डिग्री और इधर 42डिग्री फिर भी उधर की ही ज्यादा पावरफूल लग रही है ।
sabhi vishyo par mahatavpurn jakari
bahut hi accha likha aapne
आपको भी तो न्योता मिला है शादी का 😀
आप भी जा रही हैं न??रिपोर्टिंग कीजियेगा आप भी अपने ब्लॉग पे… 🙂 हा हा
आप २४ को गर्मी कहती हैं और हम ३४ झेल रहे हैं.. खैर आपकी रिपोर्ट सीधा स्पॉट पर पहुंचा देती है.. चलिए रोयल वेडिंग की रिपोर्ट का इंतज़ार रहेगा!!
लन्दन ,शादी आदि यह तो सब ठीक है,हमें तो आपकी भावपूर्ण दिल को छूती कविता का इंतजार है.
मेरे ब्लॉग पर रामजन्म की दूसरी पोस्ट पर आयें.
आपका इंतजार है.
इस शादी के लिए भारत के मीडिया में भी अब दो-तीन दिन बेगानी शादी में अब्दुल्ला दीवाना वाला हाल रहेगा…
वैसे कुछ भी हो हम तो पीपुल्स प्रिंसेस डायना को नहीं भूल सकते…
जय हिंद…
हम भारत में हैं
पर लंदन की खबर रखते हैं…
क्यूँ की लंदन में शिखा वार्ष्णेय है…
कितना वैविध्य और विविधता है
तुम्हारे दृष्टिकोण में…!
कितनी माहिती-प्रचूरता…! और प्रस्तुति…delightful…!
माहौल की वजह से रोमांस भी छलका…ज़रा-ज़रा सा…
पर ऊपर सूरज-दादा पर शायद ही कोई असर हुई हो !
फोटोग्राफस भी क़ाबिले दीद-दर्शन…
हम भी प्रिंस की शादी (बेगानी) में जैसे
शिरकत कर रहे हैं, यहाँ 42 degree के ऊँचे
तापमान में बैठे…
All the Best to ensuing Wedded Couple…
संवेदनाओं को विस्तार देेता है आपका शब्द संसार। अच्छा लिखा है आपने।
मैने अपने ब्लाग पर एक कविता लिखी है-शब्दों की सत्ता। समय हो तो पढ़ें और प्रतिक्रिया भी दें।
http://www.ashokvichar.blogspot.com/
रोचक!!
अब शाही शादी का अंदाज तो शाही ही होगा..मंदी से भला उनको क्या लेना देना.
sort of 'curtain raiser' of royal wedding..nice description..
शाही शादी की तो आप सभी को बधाई। लेकिन आपकी यह सोच बड़ी मजेदार लगी कि सूर्य देवता की रश्मियों से कोई अंग कमजोर ना रह जाए। हा हा हा हा। मजेदार।
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Shikha ji , really a beautiful post. " thanda-thanda cool cool "
Enjoyed reading this lovely post.
Genuinely kewl !
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interesting article, lanka me ramayan ka jikr karna to theek lagta he, lekin London me Mahabharat ke jikr kuch samjah nhi aaya, wo unka culture hai, sun-bath ka, isme sharm-haya kaisi. but overall prefect receipi.
maja aay aapka apne hisab se tadka.
शिखा जी,
आपने तो लंदन की सैर करा दी और कुछ देर के लिए यहां की 42 डिग्री की गर्मी से छुटकारा भी दिला दिया…आभारी हूं…
रोचक लेख के लिये आपको हार्दिक बधाई।
आपको पढ़ते रहना मेरे खुद के लिए बहुत जरूरी है…..क्यों कि बहुत कुछ होता है आपके पास….
शायद इसे ही सृजन कहते हैं !!
सुन्दर प्रवाहमय वर्णन..
वाह …सदा की तरह शिखा जी की लेखनी से बुना गया सुन्दर शाहकार…लेकिन अफ़सोस ….महाभारत के कथानक से उन्होंने तो बिलकुल प्रेरणा नहीं ली. कम से कम उनका फोटो तो यही चुगली कर रहा है…हा हा हा …बधाई शिखा जी.
पंकज झा.
Ek aapke London ka samundr hai aur ek hamaare Dubai ka jo aajkal soone kinaare ko dekh kar kisi ke aane ka intezaar karta hai …. paara 40 tak pahunch raha hai din mein …
Interesting and informative post.Good work done Shikha ji ..!!
bahut hi rochak lekh .aanand aaya .laga hum bhi hai vahin kahin
rachana
मुझे तो यह पोस्ट बहत हॉट हॉट हॉट लगी……. और सबसे अच्छी और ख़ूबसूरत तो मुझे आपकी फोटो लगी…. फोटो क्या…आप हैं ही ख़ूबसूरत …तभी तो इतनी ख़ूबसूरत पोस्ट्स लिखतीं हैं….
rochak ..tasvir subhan allah
‘चौराहे’-पोर्टल पर भी इसे देखा , यहाँ भी ..सुन्दर लिखा है ! आभार !
शाही शादी का गर्म मौसम गर्मी को और बढ़ा रहा है ..
धुप सेवन के कारण पर गहरी व्यंग्यात्मक नजर …
टी वी पर शादी की तैयारियों की तस्वीरें बता रही है की राजशाही अभी ख़त्म कहाँ हुई है …
हमेशा की तरह रोचक शैली में लिखा गया वर्णन !
ऐसी दीवानगी न देखी कभी !
आपके द्वारा लन्दन का माहोल पता चल गया
आभार
आपने तो पूरा लन्दन का माहौल ही क्रियेट कर दिया. बहुत अच्छा लिखा है.
London kee chahal-pahal kaa
khoobsoorat aur khushnuma byaan.
बाज़ार की माया….हॉट हॉट हॉट…
धूप आप सेंकिये,
मीडिया को शादी सेंकने दीजिये।
poora artical hi raha hot hot hot…badiya majedar.
…गर्मी का भी एक अपना मजा होता है….हर मौसम के अपने अलग मजे होते है…मजेदार पोस्ट!
शिखा जी ,
24 डिग्री पारा पर ही आप वेचैन हैं,यहां तो गर्मी की तपिश शुरूआती दौर में ही हम सबको असहनीय सी लगने लगी है। आपका पोस्ट सदा एक नूतन परिधान की तरह लगता है।धन्यवाद।
Vah..enjoyed the mausam of London in Australia….
शिखा जी,
लन्दन की गर्मी और राजकुमार की शादी, दोनों की गर्मी का २४ डिग्री का पारा बढ़कर भारत पहुँच गया, और यहाँ की गर्मी ४२-४४ तो सामान्य बात है, अब आगे आगे देखिये कहाँ कहाँ की गर्मी से भारत झुलसेगा. गांधारी-दुर्योधन से जोड़ते हुए समुद्री धूप स्नान का नज़ारा बड़ा मजेदार लगा. लेखन शैली बहुत बढ़िया, बधाई आपको.
हाट हाट हाट पोस्ट — क्या अगली इससे भी हाट होगी? शुभकामनायें।
Today, I went to the beach front with my kids. I found a sea shell and gave it to my 4 year old daughter and said “You can hear the ocean if you put this to your ear.” She put the shell to her ear and screamed. There was a hermit crab inside and it pinched her ear. She never wants to go back! LoL I know this is totally off topic but I had to tell someone!
I truly appreciate this post. I have been looking everywhere for this! Thank goodness I found it on Bing. You’ve made my day! Thx again!