
कहीं सुनहरी बदन सेकती,
कहीं किसी का बदन जलाती
चिलचिलाती धुप
कहीं रुपसी करती है डाइटिंग
कहीं जान से मारती है भूख.
कहीं फ़ैशन है कम कपड़ों का ,
कहीं एक ओड़नी को तरसता योवन
कहीं बर्गर ,कोक में डूबा कोई,
कहीं कूड़े में वाड़ा पाँव ढूँढता बचपन.
वही है धरती अंबर वही है,
वही है सूरज, चाँद और तारे मगर.
किसी के लिए महकता आता है नया सवेरा,
किसी के लिए नया संघर्ष है हर नया दिन.
वही दिशाएं हैं वही हवाएं हैं
भगवान और इंसान का रिश्ता भी है एक.
फिर पूरब पश्चिम का क्यों है फ़र्क
एक कड़वा और निरीह सच.
wpadmin
अपने बारे में कुछ कहना कुछ लोगों के लिए बहुत आसान होता है, तो कुछ के लिए बहुत ही मुश्किल और मेरे जैसों के लिए तो नामुमकिन फिर भी अब यहाँ कुछ न कुछ तो लिखना ही पड़ेगा न. तो सुनिए. मैं एक जर्नलिस्ट हूँ मास्को स्टेट यूनिवर्सिटी से गोल्ड मैडल के साथ टीवी जर्नलिज्म में मास्टर्स करने के बाद कुछ समय एक टीवी चैनल में न्यूज़ प्रोड्यूसर के तौर पर काम किया, हिंदी भाषा के साथ ही अंग्रेज़ी,और रूसी भाषा पर भी समान अधिकार है परन्तु खास लगाव अपनी मातृभाषा से ही है.अब लन्दन में निवास है और लिखने का जुनून है.
सच सही में बहुत कडुवा है।
I do c᧐nsider all the concepts you’vе presentеd on ʏouг post.
Tһey are very convincing and will certаinly work.
Stiⅼl, the posts are very Ьrief foг novices.
Maʏ jսst yoս pleaѕe extend tһem a ⅼittle fгom next tіme?
Tһank ʏou for the post.
Thank you for sharing with us, I believe this website really stands out : D.
Precisely what I was looking for, thankyou for posting.