हर सुबह आती है जैसे , रात के जाने के बाद. याद उनकी आती है, उनके खो जाने के बाद. ज़िंदगी की राह में, अक्सर ही ऐसा होता है, गुनगुनाते हैं हम नगमे, शब्द खो जाने के बाद. लेके ज़हन में घूमते हैं, तस्वीर किसी की यूँ सदा, कि देख ना पाएँगे उन्हें हम, आँख नम होने के बाद. आधी-अधूरी…



