बोर हो गए लिखते पढ़ते
आओ कर लें अब कुछ बातें
कुछ देश की, कुछ विदेश की
हलकी फुलकी सी मुलाकातें।
जो आ जाये पसंद आपको
तो बजा देना कुछ ताली
पसंद न आये तो भी भैया
न देना कृपया तुम गाली।
एक इशारा भर ही होगा
बस टिप्पणी बक्से में काफी
जिससे अगली बार न करें
हम ऐसी कोई  गुस्ताखी।

तो लीजिये सुनिए –

लन्दन आजकल .