विश्वविद्यालय मुझे आकर्षित करते हैं –
क्योंकि- विश्वविद्यालय  WWF  अखाड़ा नहीं, ज्ञान का समुन्दर होता है. जहाँ डुबकी लगाकर एक इंसान, समझदार, सभ्य और लायक नागरिक बनकर निकलता है.
क्योंकि- शिक्षा आपके व्यक्तित्व को निखारती है, आपको अपने अधिकार और कर्तव्यों का बोध कराती है. वह खुद को सही तरीके से अभिव्यक्त करना सिखाती है.
क्योंकि- आप जब वहां से निकलते हैं तो अपने अपने क्षेत्र में प्रवीण होते हैं और उस समाज के हित में अपना योगदान देने के काबिल होते हैं जिसने आपको यहाँ तक पहुँचाया है.
क्योंकि- शिक्षा आपको विनम्रता और धैर्य सिखाती है. इसलिए यदि आप अपने और जनहित के लिए लड़ते भी हैं तो कायदे से, एक पढेलिखे, सभ्य नागरिक की तरह, न कि किसी गली के अनपढ़ गुंडे की तरह.
क्योंकि- यहाँ आपको राजनीती शास्त्र पढ़ाया जाता है कि आगे चलकर आप एक अच्छे राजनेता बन सकें, परिसर में राजनीतिक खेमों से प्रभावित राजनीति नहीं की जाती।
क्योंकि- यहाँ कक्षाएं होती हैं, लेक्चर हॉल होते हैं, प्रयोगशालाएं होती हैं…. संसद भवन नहीं होते।
क्योंकि- विश्वविद्यालय परिसर में डर नहीं लगता, वहां नहीं होती कोई असामाजिक, आपत्तिजनक गतिविधियाँ। वहां महसूस होता है एक सुकून, सुरक्षा, और सकारात्मक ऊर्जा।
क्योंकि- जब आप वहां होते हैं तो सिर्फ एक छात्र होते हैं जो सीखना चाहता है, ज्ञान हासिल करना चाहता है.
क्योंकि- यहाँ होते हुए मैं फिर से बन जाना चाहती हूँ एक विद्द्यार्थी और जीवन भर बने रहना चाहती हूँ.
Yes universities fascinate me …
एक दिन, एक बेहतरीन विश्वविद्यालय (The University of Nottingham) और सुकून