रिश्तों का बाजार गरम है 

पर उनका अहसास नरम है
हर रिश्ते का दाम  अलग है 
हर तरह का माल  उपलब्ध है
कभी हाईट तो कभी रूप कम है  
जहाँ  पिता की  इनकम कम है 
साथ फेरे, रस्में सब, आडम्बर हैं 
अब तो नया लिव इन का फैशन  है
हर रिश्ते पर स्वार्थ की  पैकिंग 
हर रिश्ते पर एक्सचेंज ऑफर है 
सेटिसफाइड नहीं तो  डस्टबिन है 
पर प्यार की  कस्टमर सर्विस डिम है 
सुना है आजकल एक स्कीम नई है 
दहेज़ के साथ एक दुल्हन फ्री है