लो फिर आ गई दिवाली…
हम फिर करेंगे घर साफ़ मगर
मन तो मेले ही रह जायेंगे .
दिल पर चडी रहेगी स्वार्थ की परत
पर दीवारों पे रंग नए पुतवायेंगे .
फिर सजेंगे बाज़ार मगर
जेबें खाली ही रह जाएँगी .
जगमगायेंगी रौशनी की लडियां
पर इंसानियत अँधेरा ही पायेगी .
आस्था से क्या लेना-देना हमें
पर लक्ष्मी पूजन हम कराएँगे
दिल में द्वेष भावः हो तो क्या,
हम मिठाई बांटने जायेंगे .
क्यों न इन रिवाजों से हटकर ,
इस बार कुछ प्यार बाँटें
कुछ मन चमकाएं
दिवाली तो हर साल मानते हैं
चलो इस साल दीये दिल में जलाएं
सुन्दर और सार्थक आह्वान —
बहुत उम्दा रचना. दीवाली मुबारक!
शिखा वार्ष्णेय जी!
कविता और चित्र बहुत बढ़िया है।
आपका दीपावली का चित्र तो हमने चुरा ही लिया है।
अपनी पोस्ट पर भी इसे ही लगायेंगें।
धनतेरस, दीपावली और भइया-दूज पर आपको ढेरों शुभकामनाएँ!
सुंदर भाव हैं। हार्दिक बधाई स्वीकारें।
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sundar soch ke liye badhayi
दिल पर चडी रहेगी स्वार्थ की परत
पर दीवारों पे रंग नए पुतवायेंगे .
yeh lines bahut achci rahin…..
दिवाली तो हर साल मानते हैं
चलो इस साल दीये दिल में जलाएं
bahut sahi aur sateek kavita ………… sach likha hai aapne……
aajkal bilkul aisa hi ho raha hai…….
Apko Dhanteras aur Deepawali ki bahut bahut shubhkaamnaayen……..
Happy Deepaawali……..
SUNDAR . SAARTHAK AUR ACHHAA VICHAAR HAI …..
DIPAWALI KI BAHOOT BAHOOT SHUBH KAAMNAYEN ……
सुन्दर भाषा और सुन्दर शैली में एक सशक्त रचना .
दीपावली की शुभकामनायें
बहुत शुभ हो ये दिवाली. बधाई आपको.
बहुत सुन्दर!
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आपको दीपावली की शुभकामनायें!
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दीपावली की शुभकामनायें
दीपावली की शुभकामनायें
दीपावली की शुभकामनायें
बहुत ही अच्छी कविता लिखी है
आपने काबिलेतारीफ बेहतरीन
SANJAY KUMAR
HARYANA
http://sanjaybhaskar.blogspot.com
क्यों न इन रिवाजों से हटकर ,
इस बार कुछ प्यार बाँटें
कुछ मन चमकाएं
दिवाली तो हर साल मानते हैं
चलो इस साल दीये दिल में जलाएं
meree aur se yah
दीपों सी जगमगाती आपकी जिन्दगी रहे
सुख सरिता नित घर आंगन में बहे
श्याम सखा श्याम
दीपावली की हार्दिक शुभकामनायें
दिवाली तो हर साल मानते हैं
चलो इस साल दीये दिल में जलाएं…wah kya baat kahi hai aapne dil ko chhu gai…mere blog pe aapka swagat hai…
iss post ke baad, hame to pata nahi, kitna pyar varsha……..fir bhi iss baar fir se koshish karte hain………:)
happy deepawali…:)
हैप्पी दीवाली-सुकुमार गीतकार राकेश खण्डेलवाल
Very interesting topic, regards for posting.
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